केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए तीन नए कृषि कानूनों का किसान विरोध कर रहे हैं. किसान बीते लगभग ढाई महीने से दिल्ली से सटी सीमाओं पर इतनी भीषण ठंड और बारिश के बावजूद बैठे हुए हैं और सरकार से तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द करके एमएसपी पर नया कानून बनाने की मांग कर रहे हैं.
किसानों ने सरकार पर दबाव बनाने के लिए अब अपना आंदोलन और तेज करने का फैसला लिया है. संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में आज सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया गया है कि 18 फरवरी को दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक पूरे देश में रेल रोको अभियान चलाया जाएगा. किसानों के इस एलान से सरकार की परेशानी बढ़ गई है.
किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने कहा कि हम हरियाणा सरकार में शामिल BJP और JJP के विधायकों से कहेंगे कि या तो आप हमारे आंदोलन का साथ दीजिए या फिर सरकार का साथ छोड़ दीजिए. इसके साथ हमने राजस्थान के लोगों से कहा है कि सारे टोल प्लाजा को खोल दिया जाए.
बता दें कि इससे पहले किसान गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड और इसके बाद चक्काजाम कर चुके हैं. अब उन्होंने रेल रोकने की तैयारी की है.