भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ब्रिज भूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ पहलवानों का धरना भले ही ख़त्म हो गया हो. पर विवाद अभी थमा नहीं है. साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया अपनी नौकरी पर वापस लौट चुके हैं. लेकिन ब्रिजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ दर्ज एफआइआर से जो बातें सामने आ रही हैं वो बेहद चौंकाने वाली हैं.
बृजभूषण शरण सिंह के कथित यौनउत्पीड़न के मामलों का विवरण देते हुए 6 वयस्क पहलवानों में से एक महिला रेसलर की ओर से दर्ज एफआइआर में गम्भीर आरोप लगाए गए हैं. शिकायत में कहा गया है कि पिछले साल मार्च में जब लखनऊ ट्रायल के आख़िर में एशियन चैम्पियनशिप के लिए फ़ोटो खिचवा रही थी, तब उसने ग़लत तरह से हाथ रखा. जिसके बाद उसने दूर जाने का प्रयास किया था.
बृजभूषण और शिकायतकर्ता से कुछ फीट दूर खड़े इंटरनेशनल कुश्ती रेफ़री जगबीर सिंह ने दिल्ली पुलिस के समक्ष गवाही में इस रेसलर के आरोपों की पुष्टि की है.
जगबीर 4 राज्यों के उन 125 से अधिक सम्भावित गवाहों का हिस्सा हैं, जो केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के बुधवार के बयान के अनुसार पुलिस जाँच का हिस्सा हैं. जाँच 15 जून तक पूरी होने की उम्मीद है.
जगबीर ने अपने बयान में कहा है कि मैंने उसे रेसलर के बग़ल में खड़े देखा था. उसने खुद को छुड़ाया, धक्का दिया, कुछ बुदबुदाई और फिर दूर चली गयी. वह अध्यक्ष के बग़ल में खड़ी थीं. लेकिन फिर सामने आ गयी. मैंने देखा कि यह महिला पहलवान रिएक्ट कर रही थी और असहज थी. उसके साथ कुछ ग़लत हुआ. मैंने उसे कुछ करते हुए नहीं देखा, लेकिन उसके हाथ पैर खूब चलते थे. वह रेसलर को छूकर कहता है- इधर आ जा. इधर आकर खड़ी हो जाओ.