समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इन दिनों प्रदेश के दौरे पर हैं वो सूबे के लोगों को अपने काम के बारे में बता रहे हैं और आने वाली विधानसभा चुनाव में एक मौका देने को कह रहे हैं इसी के साथ उन्होंने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर महाघोषणा की है इस पत्र में जो भी लिखा गया है वो एक प्रकार का अलग ही संदेश दे रहा है.
आज हमारे देश में संविधान, गणतंत्र-लोकतंत्र, आजादी सब खतरे में है इसलिए इस गणतंत्र दिवस पर सपा नई चुनौतियों का सामना करने के लिए नए संकल्प लेकर, एक नई घोषणा करने जा रही है.
नयी हवा है, नयी सपा है.
बड़ो का हाथ, युवा का साथ
हमारा देश इसीलिए महान देश रहा है क्योंकि हमारे देश ने दुनिया को सदैव प्रेम और शांति का संदेश दिया है. आज यही संदेश हमें अपने देश-प्रदेश के अंदर देने की आवश्यकता आन पड़ी है. आईए घृणा और अविश्वास के स्थान पर मिल-जुलकर परस्पर प्रेम और आपसी विश्वास ले समाज, प्रदेश और देश को मजबूत करने का काम करें.
विकास सच्चा और काम अच्छा हमारा प्रेरणावाक्य है एवं शांति और सौहार्द हमारा मूलमंत्र. हम सब जानते हैं कि एकता के बिना शांति नहीं होची है और शांति के बिना विकास नहीं होता है इसलिए हम सब, हर बहकावे-भटकावे से बचकर एकजुट होकर आगे बढ़े और अमन-चैन के लिए हर संभव कोशिश करें.
जन-जन से मेरी अपील है, आइए, सपा की सपा का काम, जनता के नाम की जनहितकारी नीतियों से जुड़िए और एक नए उत्तर प्रदेश के निर्माण के लिए एक नया संकल्प धारण कीजिए.