गणतंत्र दिवस की दिन दिल्ली में हुई घटना के बाद किसान बैकफुट पर आ गए थे और धरना समाप्त को लगभग राजी भी हो गए थे मगर कल शाम गाजीपुर बॉर्डर पर ऐसा कुछ हुआ जिससे राकेश टिकैत अचानक भड़क गए और पुलिस का प्लान फेल हो गया.
कल शाम गाजीपुर बॉर्डर से अधिकांश किसान अपना सामान समेटकर जा चुके थे. जो बचे थे वो भी जाने की तैयारी में थे. देर शाम मंच पर राकेश टिकैत और उनके कुछ समर्थक ही बचे थे.
प्रशासन की तरफ से एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह और एडिशनल एसपी ज्ञानेंद्र सिंह सहित कई अन्य अधिकारी मंच पर पहुंचकर राकेश टिकैत से बातचीत कर रहे थे. दोनों पक्षों के बीच सहमति लगभग बन ही गई थी.
टिकैत गिरफ्तारी को भी राजी हो गए थे और इसके बाद धरना समाप्त होने वाला था मगर अचानक उन्हें सूचना मिली कि गाजियाबाद के लोनी से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर अपने साथियों के साथ वहां पहुंच गए हैं.
सूचना मिलते ही टिकैत ने वार्ता को बीच में ही छोड़ा और मंच पर खड़े होकर माइक थाम लिया. उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ साजिश हो रही है, मुझे यहां से गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मेरे साथ आए किसानों को पिटवाया जाएगा.
टिकैत ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो मैं मंच पर ही फांसी लगा लूंगा मगर यहां से कहीं नहीं जाऊंगा. भाजपा के विधायक गुंडागर्दी कर रहे हैं, एक तरफ प्रशासन हमसे वार्ता कर रहा है तो दूसरी तरफ हमारे खिलाफ साजिश रची जा रही है.
उन्होंने मंच से ही कहा कि अब कोई वार्ता नहीं होगी, हम लाठी खाएंगे मगर गुंडागर्दी नहीं सहेंगे. अब आंदोलन जारी रहेगा इसके बाद उन्होंने किसानों से कहा कि वो अधिकारियों को जाने का रास्ता दे दें.
इसके बाद राकेश टिकैत मीडिया से बातचीत करते हुए भावुक हो गए और रोने लगे. उनके रोने का वीडियो वायरल होने के बाद किसान भड़क गए और गाजीपुर बॉर्डर के लिए फिर से कूच करने लगे. देर रात से किसानों के पहुंचने का सिलसिला तेज हो गया जो अब तक जारी है.
भाजपा विधायक के पहुंचने के बाद बात बिगड़ने की जानकारी लखनऊ में बैठे आला अधिकारियों को दी गई तो पार्टी आलाकमान से लेकर हाईकमान तक के फोन विधायक के पास पहुंचने लगे. इसे वाद विधायक वहां से लौट गए.