बिज़नेस छोटा हो या बड़ा अगर लगन से किया जाए तो वह रिटर्न में कई गुना देगा. देश में चाय बेचने का काम भले ही लोग बेहद छोटा समझते हों, लेकिन इस स्टोरी के बारे में जानने के बाद आपकी सोच बदल जाएगी. चाय बेचकर मशहूर हुए प्रफुल्ल बिल्लोर ने अपने लिए 1 करोड़ की मर्सडीज़ कार ख़रीदी है.
प्रफुल्ल को MBA चाय वाला के नाम से भी जाना जाता है. वह एमबीए ड्रॉपआउट हैं. साल 2017 में उन्होंने आइआइएम अहमदाबाद के बाहर एक चाय की दुकान से शुरुआत की थी. इस समय उनके देशभर में 100 से अधिक आउटलेट्स हैं.
ऐसे हुई शुरुआत
धार के एक छोटे से गाँव लबरावदा के किसान परिवार के प्रफुल्ल बिल्लौर IIM अहमदाबाद से एमबीए करना चाहते थे, लेकोईं सक्सेस नहीं मिली, तो दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों की ओर रुख़ किया. लेकिन वह अहमदाबाद में ठहरे. प्रफुल्ल को अहमदाबाद शाहर इतना पसंद आया कि वो वहीं बसने का सोचने लगे. अब रहने के लिए पैसे चाहिए औयर पैसे के लिए कुछ करना ही पड़ेगा. ये सोचकर प्रफुल्ल ने अहमदाबाद में मैकडॉनल्ड में नौकरी कर ली. यहाँ 37 रुपए प्रति घंटे के हिसाब से पैसे मिलते थे और दिन में वह 12 घंटे काम करते थे.नौकरी करते हुए प्रफुल्ल को अहसास हुआ कि वह सारी उम्र यह नौकरी नहीं कर सकते, इसलिए खुद का बिज़नेस शुरू करने का आइडिया निकाला. लेकिन बिज़नेस के लिए पैसे चाहिए, जो प्रफुल्ल के पास नहीं थे. ऐसे में चाय का काम शुरू करने का आइडिया उनके दिमाग़ में आया. काम की शुरुआत के लिए प्रफुल्ल ने अपने पिता से झूठ बोलकर पढ़ाई के नाम पर 10 हज़ार रुपए माँगे. इन्हीं पैसों से प्रफुल्ल ने चाय का ठेला लगाना शुरू किया.पहले दिन प्रफुल्ल की चाय नहीं बिकी. उन्होंने सोचा क्यों ना खुद ही अपनी चाय लेकर लोगों के पास जाएँ. प्रफुल्ल अच्छी इंगलिश बोलते हैं, उनकी यह तरकीब काम आयी. सब बोलते की चाय वाला भी अंग्रेज़ी बिलता है, और चाय की दुकान चाल निकली. दूसरे दिन 6 चाय बेची. प्रफुल्ल सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक जॉब करते थे और शाम 7 बजे से रात 11 बजे तक अपने चाय का स्टॉल लगाते थे. काम अच्छा चलने लगा तो जॉब छोड़ दी और अपना पूरा फ़ोकस चाय पर किया.