बिहार विधानसभा चुनाव के बीच विपक्ष ने ईवीएम को लेकर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक चुनावी जनसभा में ईवीएम को नयी परिभाषा देते हुए कहा कि ईवीएम, ईवीएम नहीं है बल्कि एमवीएम-मोदी वोटिंग मशीन है. इस पर अब लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान की प्रतिक्रिया आई है.
चिराग ने कहा है कि यह दर्शाता है कि विपक्ष ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली है और अब वे बहाने ढूंढने लगे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में चिराग ने कहा कि मैं उनके बयान पर टिप्पणी नहीं करूंगा. लेकिन जब-जब कांग्रेस या महागठबंधन के लोग ईवीएमपर सवाल उठाते हैं तो इसका मतलब होता है कि उन्होंने अपनी हार स्वीकार कर ली है, क्योंकि ये सवाल वो वहां नहीं उठाते जहां उनकी सरकार बनी है. यह बीजेपी और एलजेपी के लिए अच्छे संकेत हैं क्योंकि विपक्ष ने अपनी हार स्वीकार कर ली है और वे बहाने ढूंढने में लगे हैं.
मालूम हो लोक जनशक्ति पार्टी बिहार के इस चुनाव में एनडीए का हिस्सा नहीं है. हालांकि पार्टी ने बीजेपी के खिलाफ अपने प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारे हैं. 243 विधानसभा सीटों पर एलजेपी ने अपने 130 से ज्यादा पर उम्मीदवार उतारे हैं. चिराग पासवान मुख्यमंत्री नीतीश का विरोध कर रहे हैं. उनका दावा है कि उनकी पार्टी बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाएगी.