उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दिवाली के शुभ अवसर पर अयोध्सर के बाद सीधे गोरखपुर पहुंचे और वनटांगियां गांव के लोगों के बीच पहुंचकर दिवाली की खुशियां बांटी. इस दौरान उन्होंने गांव के बच्चों को मिठाई, किताबें आदि उपहार भी भेंट किए.
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के वनटांगिया समुदाय के मध्य दीपावली पर्व में सहभागी बनना मेरे लिए सदैव सुख एवं संतोष का कारक रहा है. स्वाधीनता के 70 वर्षों तक विद्यालय दर्शन से भी वंचित रहने वाले वनटांगिया समुदाय के बच्चे आज सुव्यवस्थित ढंग से शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. सदैव की भांति आज दीपावली के पावन अवसर पर वनटांगिया बच्चों को पुस्तकें, मिठाई आदि भेंट कर आत्मिक संतोष की अनुभूति हो रही है.
बता दें कि योगी आदित्यानाथ के मुख्यमंत्री बनने से पहले तक गोरखपुर का वनटांगिया गांव बहुत ही पिछड़ा हुआ था. योगी के सीएम बनने के बाद इस गांव के लोगों की तकदीर पलट गई. यहां वजह है कि इस गांव के लोग सीएम योगी को भगवान का दर्जा देते हैं. सीएम योगी साल 2007 से यहां के लोगों के साथ दिवाली मनाते आ रहे हैं.
अब उस गांव के लोग कहते हैं कि अगर बाबा गांव नहीं आएंगे तो हमलोग दिवाली का दिया नहीं जलाएंगे. आजादी के बाद से लेकर योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने तक यहां विकास के कोई ज्यादा काम नहीं हुए थे. न तो यहां सड़क थी और न बिजली, पानी, स्कूल, असप्ताल जैसी कोई मूलभूत सुविधाएं.
योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद इस गांव का तेजी से विकास हुआ. यहां के लोगों का कहना है कि सीएम योगी ने सड़क से लेकर बिजली, पानी, स्कूल, शौचालय, राशनकार्ड सहित तमाम सरकारी सुविधाएं इस गांव के लोगों तक पहुंचाई. इसी लिय यहां के लोग सीएम योगी को भगवान की तरह मानते हैं.
सीएम योगी जब सांसद थे तो वो एक बार महाराजगंज की ओर जा रहे थे. रास्तें में उन्हें इा गांव के लोग मिले और उन्हें अपनी व्यथा सुनाई. इसके बाद से ही सीएम ने यहां के लोगों की बेहतरी के लिए काम करना शुरू कर दिया. उन्हेंने यहां एक स्कूल भी खुलवाया, इसके अलावा साल 2007 से लेकर अब तक हर साल वो इस गांव के लोगों के बीच जाते हैं और उन्हें मिठाई कपड़े आदि चीजें बांटते हैं.