बिहार में हुए विधानसभा चुनाव के बाद नितीश कुमार भले ही एक बार फिर से मुख्यमंत्री बन गए हों मगर इस चुनाव में बीजेपी की बढ़ी ताकत ने हर किसी को हैरान कर दिया है. मजे की बात तो ये है कि बीजेपी के खाते में अधिकांश वो सीटें आई हैं जो जेडीयू के पास थी.
बिहार में बसपा और कांग्रेस के विधायकों ने आज जेडीयू प्रदेश से मुलाकात की तो बिहार का सियासी पारा चढ़ गया. चैनपुर से बसपा के एकमात्र विधायक मोहम्मद जमा खान और कांग्रेस के विधायक मुरारी गौतम ने जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की.
इस दौरान सभी नेताओं की लगभग डेढ़ घंटे की चर्चा हुई. तीनों नेताओं के बीच हुई मुलाकात से बिहार का सियासी पारा चढ़ गया, इस मुलाकात के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया. हालांकि सभी नेताओं ने ये कहा कि ये मुलाकात निजी थी और इसका सियासी मतलब न निकाला जाए.
वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि कांग्रेस और बसपा विधायकों से उनके पुराने संबंध हैं, इस दौरान क्षेत्र की समस्याओं पर भी चर्चा की गई. बसपा विधायक ने कहा कि वो जनसमस्याओं को लेकर जेडीयू नेता से मिले हैं, ऐसा नहीं है कि वो बसपा छोड़कर जेडीयू में शामिल होने जा रहे हैं.