कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध लगातार जारी है. किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं जबकि सरकार इसे वापस लेने के मूड में नहीं है. किसानों और सरकार के बीच कई दौर की बातचीत के बावजूद अब तक इस मामले का कोई हल नहीं निकल पाया है.
देश के तमाम विपक्षी दल किसानों के इस आंदोलन का खुलकर समर्थन कर रहे हैं और हर तरह से उसे सहयोग करने बात कह रहे हैं. समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में किसानों के समर्थन में किसान यात्राएं निकाल रही है. सरकार कोविड और धारा 144 का हवाला देकर इन यात्राओं को रोक रही है.
किसान यात्रा निकाल रहे सपा नेताओं को नजरबंद किया जा रहा है. यूपी के जौनपुर की जाफराबाद विधानसभा में किसान यात्रा में जा रहे समाजवादी कुटिया के संचालक ऋषि यादव को पुलिस ने कुटिया में नजरबंद कर दिया.
ऋषि यादव ने बताया कि आज जब कुटिया से निकल रहे थे तभी तानाशाही सरकार की पुलिस द्वारा हमें रोक लिया गया. पुलिस ने कहीं भी जाने की इजाजत नहीं दी.
उन्होंने कहा कि किसानों से अन्याय एवं किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ सपा की “किसान यात्रा” से डरी सरकार इसे रोकने के लिए समाजवादियों का दमन कर रही है. किसानों के समर्थन में आज विधानसभा जफरावाद में पदयात्रा के कार्यक्रम में जाने से रोकने के लिए मुझे समाजवादी कुटिया पर ही पुलिस बल का प्रयोग करके रोका गया.