उत्तर प्रदेश की सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के के परिणाम ये बता रहे हैं कि यूपी की जनता को योगी सरकार से ज्यादा शिकायत नहीं है. सत्ताधारी दल बीजेपी सात में से 6 सीटें जीतने में कामयाब रही मगर सपा का गढ़ माने जाने वाले मल्हनी के किले को नहीं भेद पाई.
यूपी विधानसभा उपचुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने अपनी हार स्वीकारते हुए जनादेश का सम्मान करने की बात कही. एक भी सीट न जीत पाने वाली कांग्रेस पार्टी ने खुद को समाजवादी पार्टी से बेहतर बता डाला.
उन्होंने कहा कि हमने मुख्य विपक्षी पार्टी से बेहतर प्रदर्शन किया है. हार से सबक लेते हुए कांग्रेस की ओर से ये कहा गया कि 2022 यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भी बेहतर प्रदर्शन करेगी.
यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि ये लोकतंत्र है, हम जनता के जनाधार का सम्मान करते हैं. हमने उपचुनाव में अच्छा किया है, हमारा मत प्रतिशत बढ़ा है. हम दो सीटों पर दूसरे और एक सीट पर तीसरे स्थान पर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिनकी 2012 से 2017 तक सरकार थी, जिनके 45 विधायक हैं उनकी अपेक्षाकृत हमारा प्रदर्शन बेहतर है.
बता दें कि बांगरमऊ और घाटमपुर में कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही, बांगरमऊ में कांग्रेस प्रत्याशी आरती बाजपेई दूसरे स्थान पर रहीं उन्हें 39983 वोट मिले थे. यहां सपा प्रत्याशी सुरेश पाल को 35306 वोट मिल पाए. चौथे स्थान पर बसपा प्रत्याशी महेश प्रसाद रहे जिन्हें 19062 वोट मिले.
घाटमपुर विधानसभा की बात की जाए तो यहां से बीजेपी प्रत्याशी उपेंद्र नाथ पासवान को जीत हासिल हुई उन्हें सर्वाधिक 60405 वोट मिले. दूसरे स्थान पर कांग्रेस प्रत्याशी कृपाशंकर रहे जिन्हें 36585 वोट मिले, तीसरे स्थान पर बसपा प्रत्याशी कुलदीप संखवार को 33955 वोट मिले और चौथे स्थान पर सपा प्रत्याशी इंद्रजीत कोरी को 22735 वोट हासिल हुए.