चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस ने दुनिया के कई देशों में अपने पैर पसार लिए हैं. भारत भी इसकी चपेट में आया है. देश के कई राज्यों ने भी कोरोना को महामारी के तौर पर घोषत किया है. देश में दो मरीजों की जान जाने के बाद देश भर में अलर्ट है.
कोरोना को नष्ट करने के लिए मंदिरों में विशेष अनुष्ठान का दौर शुरू हुआ है. संगम नगरी प्रयागराज के अरैल स्थित श्री नागेश्वर महादेव मंदिर में कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए देवी देवताओं की प्रतिमाओं को मास्क पहनाया गया है.
मंदिर में स्थापित शिवलिंग और मंदिर के बाहर स्थापित नंदी को भी मास्क लगाया गया है. लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करने के लिए मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर बने द्वारपालों को भी मंदिर के पुजारियों ने मास्क लगाया है. कोरोना वायरस को नाश करने के लिए मंदिरों में विशेष अनुष्ठान और आरती भी करायी जा रही है.
अखिल भारतीय दंडी सन्यासी परिषद के संस्थापक स्वामी महेशाश्रम महाराज ने बताया कि सनातन धर्म में देवी देवताओं की मूर्तियों में प्राण प्रतिष्ठा के बाद उन्हें सजीव माना जाता है. जिस तरह कोरोना वायरस देश और दुनिया के कई देशों में फ़ैल रहा है उसे देखते हुए लोगों को जागरूक और सतर्क करने की भी जरूरत है. जिसकी शुरुआत धार्मिक स्थलों से की गयी है.