कोरोना महामारी से पूरा विश्व परेशान है. इसके वायरस के खिलाफ वैक्सीन को तैयार करने में विशेषज्ञ जुटे हैं. वहीं चीन के एक हिस्से में कोरोना वैक्सीन बेची जा रही है. पूर्वी चीन के एक शहर में क्लीनिकल ट्रायल से अलग प्रयोग के तौर पर हाई रिस्क ग्रुप के लोगों को यह टीका बेचा जा रहा है.
आपातकालीन टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीका 60 डॉलर यानि करीब 4400 रूपये में दिया जा रहा है. यह टीका बीजिंग बेस्ड सिनोवैक बायोटेक ने विकसित किया है. पूर्वी चीन के झोजियांग प्रांत के जियाशिंग शहर में स्वास्थ्यकर्मियों, महामारी की रोकथाम में जुटे लोगों, जनसेवा में जुटे लोगों और पोर्ट इंस्पेक्टर्स को दिया जा रहा है.
चीन की सरकारी मीडिया के मुताबिक प्रायोगिक टीके को बाद में आम नागरिकों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा. जियाशिंग सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन का कहना है कि चाइनीज कंपनी सिनोवैक बायोटेक लिमिटेड की ओर से विकसित किए गए टीके को 18 से 59 साल के लोगों क 400 युयान में दिया जाएगा.
जियाशिंग सीडीसी ने कहा कि फिलहाल वैक्सीन को अधिकारिक रूप से मार्केटिंग के लिए मंजूरी नहीं मिली है. इसे अभी सिर्फ अर्जेंट यूज के लिए मंजूर किया गया है. वैक्सीन के दो डोज हैं, जो 14-28 दिनों के अंतराल पर लगये जाते हैं. एक टॉप हेल्थ ऑफिसर ने 25 सितंबर को कहा कि बीजिंग को इमरजेंसी यूज के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन से सहमति और समर्थन मिला है. जुलाई से अब तक चीन ने प्रायोगिक टीका हजारों लोगों को लगाया है.