बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने आज शाम बिहार के युवाओं से नौकरी संवाद किया और एक बार फिर 10 लाख नौकरियां देने के अपने वादे को दोहराया. उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में इसपर मुहर लगेगी.
तेजस्वी यादव के इस वादे से बिहार में राजनैतिक हलचल तेज हो गई है. बीजेपी और जेडीयू के नेता उनके इस वादे पर सवाल उठा रहे हैं. उनका कहना है कि 10 लाख लोगों को नौकरी देने के लिए पैसा कहां से आएगा. उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि जो मैट्रिक पास न कर पाया वो नौकरी देने का फार्मूला सुझा रहा है.
मंगलवार को नौकरी संवाद के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि मेरी सरकार बनने के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में 10 लाख नौकरी देने के वादे पर फैसला होगा. ये देश में ऐतिहासिक काम होगा. उन्होंने कहा कि साढ़े चार लाख पद पहले से ही खाली पड़े हैं.
तेजस्वी ने कहा कि हमने बेरोजगारों के लिए पोर्टल शुरू किया है जिसमें अबतक 25 लाख लोग आवेदन कर चुके हैं. राजद नेता ने कहा कि अगर बिहार में बेहतर शिक्षा और रोजगार के साधन उपलब्ध होते तो बिहार के लोगों को दूसरी जगहों पर जाना नहीं पड़ता.