आस्ट्रेलिया के दौरे पर गए मोहम्मद सिराज ने अपने द्वारा किए गए प्रर्दशन से साबित कर दिया जो भी इंसान मुसीबतों को चीरता हुआ आगे बढ़ता है उसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है. पिता की मौत और बीसीसीआई द्वारा दिए गए आकस्मिक अवकाश के बाद भी सिराज ने द्रढ़ निश्चय किया कि वो इस हाल में अपनी टीम को छोड़कर वतन वापसी नहीं करेगा.
हालांकि सिराज आस्ट्रेलिया में क्वारंटाइन पीरियड के कारण से भी अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके ऐसा भी कुछ मीडिया रिपोर्टों में बताया जा रहा है. पिता का देहांत किसी भी शख्स के लिए बेहद नाजुक पल होता है ऐसी स्थिति में इंसान अक्सर टूट जाता है मगर इस मुश्किल समय में सिराज ने खुद को समेटा और मैदान में आ गए.
आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले ही टेस्ट में मोहम्मद शमी चोटिल होकर सीरीज से बाहर हुए तो सिराज की टीम में एंट्री हुई. उन्हें मेलबर्न टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिला. इस दौरान सिराज के ऊपर दर्शकों के द्वारा नस्लीय टिप्पणी भी की गई जिसकी कई क्रिकेटरों ने आलोचना भी की. इन सबके बावजूद सिराज आगे बढ़ते गए और उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
मेलबर्न में उन्होंने दूसरी पारी में 5 विकेट चटकाकर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा. बुमराह ने तो उन्हें मैदान पर ही गले लगा लिया था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. सीरीज में 3 मैच खेलने के बाद सिराज ने कुल 13 विकेट चटकाए. जिसमें 73 रन देकर 5 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रर्दशन था. वो टीम इंडिया के लिए एक सितारा बनकर उभरे हैं.