भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है. वनडे मैचों की सीरीज के बाद शुक्रवार को टी-20 सीरीज का पहला मैच खेला गया. जिसमें टीम इंडिया ने 11 रनों से जीत दर्ज की. मैच में विवाद रविंद्र जडेजा को लेकर हुआ है. बल्लेबाजी करते हुए जडेजा के हेलमेट में गेंद लगी थी.
पहली पारी ख़त्म होने के बाद जब भारतीय टीम फील्डिंग के लिए आई तो जडेजा की जगह युजवेंद्र चहल को मैदान पर उतारा गया. चहल को बतौर कंकशन सब्स्टीटयूट खिलाडी मैदान पर खेलने के लिए उतारा गया.
मैच रेफरी डेविड बून ने आईसीसी के नियमों के मुताबिक उनको अनुमति दी थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया का खेमा इससे नाराज हो गया. दूसरी पारी शुरू होने से पहले कोच जस्टिन लैंगर कप्तान एरोन फिंच के साथ बाउंड्री पर खड़े होकर मैच रेफरी के साथ इस बात पर बहस करते नजर आये.
जडेजा के हेलमेट में गेंद लगी थी जिसके बाद भी उन्होंने बल्लेबाजी जारी राखी और पारी ख़त्म करने के बाद मैसन से वापस लौटे. इसको लेकर इंग्लैण्ड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कहा कि कोई डॉक्टर या फीजियो जडेजा के कंकशन के लिए मैदान पर टेस्ट करने नहीं आया. इसके बाद ऐसा लगा जैसे उनके पैर में कुछ हुआ और फिर वह मैच के बाहर हो गए और उनकी जगह दूसरे खिलाडी को लाया गया.
I have no issue with Jadeja being substitute with Chahal. But I do have an issue with a Doctor & Physio not being present after Jadeja was struck on the helmet which I believe is protocol now? #AusvInd
— Tom Moody (@TomMoodyCricket) December 4, 2020
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ने भी कहा कि मुझे जडेजा की जगह चहल को सब्सीट्यूट खिलाड़ी के तौर पर मैच में खिलाने से कोई परेशानी नहीं है. मुझे परेशानी इस बात से है कि जब जडेजा को हेलमेट पर चोट लगी तो कोई डॉक्टर या फीजियो नहीं आया और मुझे लगता है कि यह आजकर प्रोटोकॉल के तहत आता है.
वहीं रविन्द्र जडेजा ने 23 गेंदों पर 44 रनों की जबरदस्त पारी खेली. जिसमें 5 चौके और एक छक्का शामिल है. जडेजा की इस शानदार पारी की मदद से टीम इंडिया 161 रन बनाने में सफल रही. ऑस्ट्रेलिया ने जवाब में 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 150 रन बनाए.