अरूणाचल प्रदेश की राजनीतिक घटना का असर बिहार की राजनीति में साफ दिखने लगा है. बिहार में बीजेपी और जदयू के बीच तल्खी कफी बढ़ गई है. अरूणाचल में अपने ही सहयोगी से मिले धोखे को जदयू हजम नहीं कर पा रही है. जेडीयू की तरफ से लगातार इस विषय को लेकर बयान दिया जा रहा है. ये कहना गलत नहीं होगा कि बिहार में जदयू और बीजेपी के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है.

जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने आज अपनी सहयोगी बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा कि अरूणाचल में जो कुछ हुआ है वो ठीक नहीं है, ये जख्म बहुत गहरा है, ऐसा भविष्य में फिर न हो इसके लिए बीजेपी को देखना होगा. उन्होंने कहा कि हम समर्थन दे रहे हैं इसके बावजूद जो घटना घटी है वो ठीक नहीं है.

सुशील मोदी के नितीश कुमार के समर्थन में दिए गयान पर उन्होंने कहा कि वो उतना ही बोलते हैं जितना देखते हैं लेकिन जो कुछ भी हो रहा है वो ठीक नहीं है.

नितीश कुमार के अध्यक्ष पद से इस्तीफा और आरसीपी सिंह को पार्टी की कमान सौंपे जाने पर उन्होंने कहा कि इसमें हर्ज क्या है. आने वाले समय में जेडीयू में एक पद एक व्यक्ति का फार्मूला लागू हो सकता है.

बता दें कि हाल में ही अरूणाचल प्रदेश में जेडीयू के सात विधायकों में से 6 ने बीजेपी का दामन थाम लिया. इस घटना ने जेडीयू को हिला कर रख दिया. इसके बाद नितीश कुमार ने कहा था कि वो सीएम नहीं बनना चाहते थे मगर उनपर दबाव डाला गया.

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