कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. बीते एक महीने से किसान दिल्ली से सटे सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं और सरकार से ये कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं. सरकार का कहना है कि ये कानून किसानों के हित में हैं और इसे वापस नहीं लिया जाएगा.
किसानों के इस आंदोलन को विपक्षी दलों का भी भरपूर समर्थन मिल रहा है. एनडीए की दो सहयोगी पार्टियां कृषि कानूनों के मुद्दे पर गठबंधन से अलग हो चुकी हैं. दिल्ली की केजरीवाल सरकार लगातार किसानों के समर्थन में बयान दे रही हे और केजरीवाल किसानों से मिल भी चुके हैं.
अब आम आदमी पार्टी ने एलान किया है कि वो सिंघु बॉर्डर पर वाईफाई हॉटस्पॉट लगवाएगी. इससे किसानों को मुफ्त इंटरनेट की सुविधा आसानी से मिल सकेगी. आप के मुताबिक सिंघु बॉर्डर पर जहां पर भी इंटरनेट नेटवर्क कमजोर है वहां किसानों के सुझाव के आधार पर वाईफाई लगाया जाएगा. इसका खर्चा आम आदमी पार्टी उठाएगी.
आप प्रवक्ता ने कहा है कि इसके बाद जहां से किसानों की मांग आएगी वहां पर इस तरह के वाईफाई हॉटस्पॉट लगाए जाएंगे. बता दें कि इतनी भीषण ठंड होने के बावजूद बीते एक महीने से किसान दिल्ली के आसपास बैठा हुआ है और ये कानून वापस लेने की मांग कर रहा है.
किसानों और सरकार के बीच कई दौर की बातचीत के बाद भी इस मसले का कोई हल नहीं निकल पाया है. अब कल एक बार फिर दिल्ली के विज्ञान भवन में सरकार और किसानों के बीच बातचीत होगी.