मध्य प्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर उपचुनाव हुए, जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने 19 सीटों पर जीत दर्ज की. कांग्रेस को 9 सीटें मिलीं. यह चुनाव कांग्रेस से भाजपा में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए काफी अहम था. उनके साथ 22 कांग्रेस विधायक स्तीफा देकर भाजपा में गए थे.
उपचुनावों के परिणाम आने के बाद पहली बार सिंधिया भोपाल आए. यहां हवाईअड्डे पर मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने जीत का श्रेय प्रदेश की जनता एवं पार्टी के आला नेताओं को दिया,
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि इस जीत का श्रेय यदि किसी को जाता है तो सर्वप्रथम मेरी मध्य प्रदेश की जनता को जाता है. जनता ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मध्य प्रदेश में सुशासन लाने के लिए आशीर्वाद प्रदान किया है. इस जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं उनकी नीतियों को भी जाता है.
कहा कि इस जीत का श्रेय भाजपा के आम कार्यकर्ताओं को भी जाता है, जिन्होंने तन-मन से पूर्ण रूप चुनाव में कार्य किया है. वहीं जब सिंधिया से पूछा गया कि उपचुनाव में हारे हुए तीन मंत्रियों ने अभी इस्तीफे नहीं दिए हैं. इस पर केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मेरे से मेरी बात पूछो.
दरअसल उपचुनाव में सिंधिया समर्थक दो मंत्री इमरती देवी और गिर्राज दंडोतिया के अलावा एक अन्य मंत्री एदल सिंह कंषाना चुनाव हार गए. कंषाना ने इस्तीफ़ा दे दिया है. दो अन्य मंत्री ने अभी इस्तीफ़ा नहीं दिया है.