मध्य प्रदेश में स्कूलों की मनमानी एक बड़ी समस्या है. बच्चों के अभिभावक लगातार इसको लेकर आवाज उठा रहे हैं. वह इसको लेकर सड़कों पर उतरे हैं. हाईकोर्ट ने कहा है कि बच्चों से सिर्फ ट्यूशन फीस ही ली जाए, लेकिन इसके बावजूद स्कूल मनमाने तरीके से फीस वसूल रहे हैं.
इंदौर में शनिवार को इसी की शिकायत को लेकर अभिभावकों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया की गाड़ी रोक दी और रोते हुए अपनी पीड़ा सुनाई. सिंधिया सांवर विधानसभा क्षेत्र से आ रहे थे. इसी दौरान उनके काफिले अभिभावकों ने रोका.
ज्योतिरादित्य सिंधिया गाड़ी से उतरे, तभी एक अभिभावक उनके पैर पर गिर पड़े और हाथ जोड़ कर गुहार लगाने लगे. उन्होंने बताया कि उनके बच्चों को स्कूल वाले परेशान कर रहे हैं. कहा कि मैं आपके हाथ जोड़ता हूं, पैर पड़ता हूं. जिसके बाद सिंधिया भी हाथ जोड़ कर बात करते नजर आए.
हालांकि सिंधिया की अभिभावकों से ये मुलाकात कुछ ही सेकेंड की रही. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इशारा किया, तो ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी गाड़ी में बैठ कर आगे निकल गए. जिसके बाद अभिभावकों ने बताया कि हम लोगों ने अपनी बात सीएम और ज्योतिरादित्य सिंधिया तक पहुंचा दी है. अब उम्मीद है कि जल्द ही हम लोगों को न्याय मिलेगा.
स्कूल फीस की समस्या को देखते हुए अभिभावकों ने जागृत पालक संघ(जागो पालक जागो) बनाया है. इस संघ में इंदौर के अभिभावक जुड़े हैं. उनका कहना है कि सरकार अगर इस विषय पर कोई फैसला नहीं लेती है तो जल्द ही बड़ा आंदोलन करेंगे.