समाजवादी पार्टी के लिए सोमवार और मंगलवार का दिन बेहद गमनाक साबित हुआ. दो दिनों में पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं के निधन ने सभी सपाइयों को झकझोर कर रख दिया. सोमवार को वरिष्ठ सपा नेता जमुना प्रसाद बोस के निधन के बाद मंगलवार देर रात सपा एमएलसी एसआरएस यादव का निधन हो गया.
एसआरएस यादव को लेकर अखिलेश ने कहा कि आज हमने एक समर्पित समाजवादी खो दिया. एसआरएस यादव मुलायम सिंह और अखिलेश यादव दोनों के ही काफी करीबी माने जाते थे. पार्टी कार्यालय का संचालन भी उन्हीं के जिम्मे था.
शनिवार को कन्नौज के सपा नेता इंजीनियर अनिल पाल द्वारा क्रांतिकारी शिक्षा सदन इंटर कालेज में एसआरएस यादव और पूर्व मंत्री स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहें जमुना प्रसाद बोस के निधनोपरांत श्रद्धांजलि सभा और शांति यज्ञ का आयोजन किया गया.
कहा कि इस बात को सभी लोग भली भांति जानते हैं बाबू जी पार्टी की रीढ़ की हड्डी माने जाते थे. पूर्व मंत्री विजय बहादुर पाल ने कहा कि बाबू जी एवं जमुना प्रसाद बोस इन दोनों समाजवादी योद्धाओं का निधन बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और पार्टी के लिए अपूर्णीय क्षति है.
हम विधि के विधान को तो नमहीं बदल सकते हैं लेकिन उनके आदर्श और संस्कार हमारे जीवन में सदैव प्रेरणास्पद और स्मरणीय रहेंगे. इस दौरान समाजवादी पार्टी तिर्वा की ओर से सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि दी इसके साथ ही दोनों लोगों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा.
इस अवसर पर हसरेन प्रमुख, उमाशंकर बेरिया, विजय त्रिवेदी, राजेश पाल, नाजिम खान, बिल्लू दुबे, रजनीकांत यादव, मुनेश राठौर, आलोक वर्मा, देशराज पाल, शरद यादव, आदेश पटेल, इंद्रेश यादव, देवानंद, राघवेंद्र राजपूत समेत सैकड़ों की संख्या में समाजवादी कार्यकर्ता मौजूद रहें.