सुबह के लगभग सात बजे का समय था. रोज की तरह सुबह-सुबह लोग अपने अपने काम के लिए निकल चुके थे. सड़कों पर बहुत ज्यादा भीड़भाड़ तो नहीं थी मगर लोगों की आवाजाही लगी हुई थी. अचानक लोगों ने देखा कि सड़क पर पानी फैला हुआ है और उस पानी में हजारों की तादाद में मछलियां झटपटा रही हैं.
ये नजारा देखते ही लोग सकते में पड़ गए कि अचानक सड़क पर मछलियां कहां से आ गई. इसी बीच राहगीरों ने मछलियों को उठाकर अपने अपने छोलों में भरना शुरू कर दिया. देखते ही देखते तमाम राहगीर मछलियों को भरने के टूट पड़े. सड़क पर जाम की स्थिती बन गई.
मछलियों की वजह से कोई गाड़ी इधर से उधर नहीं जा पा रही थी. लोग मछली लेकर इधर उधर भागने लगे. जाम की सूचना पर पुलिस भी वहां पहुंच गई और ये नजारा देख वो भी हैरत में पड़ गए. जैसे तैसे पुलिस ने लाठियां पटककर लोगों को खदेड़ना शुरू किया. चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आवाजाही सामान्य हो सकी.
हुआ कुछ यूं था कि मछलियों से लदा एक ट्रक कानपुर के अर्मापुर इलाके से जा रहा था. अचानक वो ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया. और उसमें लदी सारी मछलियां सड़क पर फैल गई. पानी से निकलने के बाद मछलियां तड़पने लगी. इसी बीच लोगों ने उन्हें उठाकर अपने अपने झोलों में भरना शुरू कर दिया.