घर से बेंगलूरु जाने के लिए निकले परिवार के साथ रविवार को एक ऐसी घटना घटी जो कि इस परिवार के लिए खट्टी-मिट्ठी यादों में समाहित हो गई. हुआ ये कि उनका डेढ़ सालल का बच्चा माता-पिता को स्टेशन पर ही छोड़कर अकेले ट्रेन से मथुरा पहुंच गया. लेकिन रेलवे की ओर से मिली मदद के कारण वो कुछ ही घंटों में एक बार फिर अपने परिवार के साथ था.

रेलवे चाइल्ड लाइन के कोआर्डिनेटर सईद की ओर से बताया कि रविवार की देर शाम रेलवे नियंत्रण कक्ष से सूचना मिली कि दिल्ली से बेंगलूरु की ओर जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस में सवार होने के लिए स्टेशन पहुंचे लेकिन एक अचूक के कारण उनका बच्चो तो ट्रेन में सवार हो गया लेकिन उसके माता-पिता स्टेशन पर ही रह गए हैं.

उन्होंने कहा कि सुचना पाकर टीम मथुरा स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रही थी. पहले से ही प्राप्त सुचना के आधार पर टीम ने बच्चे को उतारा और उसके परिवार को सूचित किया. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के जटपुराखेड़ा निवासी मुस्तकीम और उसकी पत्नी अपने बच्चे अदनान के साथ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर इंतजार के लिए खड़े थे.

रविवार की शाम वो लोग कर्नाटक एक्सप्रेस में सवार होने वाले थे. स्टेशन पर ही उनकी पत्नी की दोस्ती बिजनौर निवासी हबीबा नामक महिला के साथ हुई जो कि अपने पति के साथ उसी ट्रेन में सवार होने वाली थी.

कहा कि बातचीत के दौरान हबीबा ने अदनान को अपनी गोद में ले लिया और उसे लेकर ट्रेन की कोच संख्या एस-12 में सवार हो गई लेकिन जब तक मुस्तकीम और उनकी पत्नी ट्रेन में सवार हो पाती तब तक ट्रेन चल दी. और वो दोनों स्टेशन पर ही रह गई. सईद के अनुसार उन लोगों ने इसकी सूचना तुरंत रेलवे को दी.

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