मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद अब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने फ्लोर टेस्ट भी पास कर लिया है. हालांकि इस दौरान काफी हं’गामा हुआ. बीजेपी के सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट किया. बीजेपी का आरोप है कि बुलाया गया यह विधानसभा सत्र नियमों के खिलाफ है.
उद्धव ठाकरे के पक्ष में कुल 169 वोट पड़े. एआईएमआईएम के दो विधायकों और सीपीएम, एमएनएस के एक-एक विधायकों ने न सरकार के पक्ष में और न ही विरोध में वोट किया.
समाजवादी पार्टी के भी महाराष्ट्र में दो विधायक हैं. इन विधायकों अबू आजमी और रईस शेख ने उद्धव ठाकरे के पक्ष में वोट किया. अबू आजमी ने कहा कि हम सभी को उम्मीद है कि सरकार महाविकास अघाड़ी समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलेगी और महाराष्ट्र का विकास करेगी. कहा हम महाराष्ट्र के विकास के लिए शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली इस सरकार के साथ हैं.
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस इस विधानसभा सत्र को नियमों के खिलाफ बताते हुए कहा कि यह विधानसभा सत्र नियमों के अनुसार नहीं बुलाया गया है. सत्र वंदे मातरम के बिना शुरू हुआ, जो नियमों का उल्लंघन है. अगर हमें संविधान पर बोलने की अनुमति नहीं है तो फिर हमें इस सदन में बैठने का कोई अधिकार नहीं है.
फडनवीस ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा के इतिहास में कभी भी अध्यक्ष को चुने बिना विश्वास मत का आयोजन नहीं किया गया.