हम अपने सामान्य जीवन में कई चीजों को देखते और सुनते हैं, या फिर उनका इस्तेमाल भी करते हैं. कई बार इस बात पर ध्यान नहीं दे पाते कि आखिर ये चीज ऐसी ही क्यों होती है. इसे पहली बार कब बनाया गया और ऐसा क्यों बनाया गया है. कई बार कुछ चीजों के पीछे एक लम्बा इतिहास भी होता है. जिसके बारे में जानकार हमें हैरानी होती है. कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं.
लंदन में लाल रंग के क्यों होते हैं टेलीफोन बूथ?
लंदन में साल 1920 में पहला टेलीफोन बूथ लगाया गया था. उस समय उसका रंग क्रीमी हुआ करता था. बाद में 1924 में बूथों को नया डिजाइन बनाने के लिए एक प्रतियोगिता आयोजित की गयी. उस प्रतियोगिता के बाद बूथ का रंग बदलकर लाल कर दिया गया. ताकि लोग इन बूथों को दूर से देख सकें. कोहरे के दिनों में भी लाल रंग की वजह से इन बूथों को आसानी से देखा जा सकता है.
पीतल के क्यों होते हैं दरवाजों के हैंडल?
पीतल बैक्टीरिया, वायरस और अन्य सूक्ष्मजीवों से बचाव का काम करता है. यही वजह है कि अधिकतर सार्वजानिक स्थानों पर दरवाजों में हैंडल पीतल के बने होते हैं.
कई पुरषों के जूतों में छेद क्यों होते हैं?
इस प्रकार के जूते 17वीं शताब्दी में आयरलैंड और स्कॉटलैंड के मवेशी पालने वालों की ओर से इस्तेमाल किए गए. वे दलदली जगहों पर काम करते थे. जूते जल्दी सूख जाएं. इसलिए वे जूतों में छोटे-छोटे छेद कर देते थे. बाद में इस चीज को डिजाइन के तौर पर ले लिया गया. ऐसे जूतों का आज भी काफी चलन है.