आगामी विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में सियासी सरगर्मी बढ़ गयी है. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि सिर्फ देश की राजधानी दिल्ली ही क्यों है. कहा कि देश के चारों कोने में चार राजधानी होनी चाहिए. संसद का सत्र सिर्फ दिल्ली में क्यों होता है, जबकि वहां तो ज्यादातर आउटसाइडर्स हैं.
ममता बनर्जी ने अपने सांसदों से कहा है कि वह यह मुद्दा संसद में उठाएं. कोलकाता में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 125वीं जयंती पर आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि एक समय कोलकाता देश की राजधानी थी, तो एक बार फिर से शाहर को भारत की दूसरी राजधानी के रूप में घोषित नहीं किया जाना चाहिए?
उन्होंने कहा कि कोलकाता को देश की दूसरी राजधानी बनानी ही होगी. आगे कहा कि एक देश, एक नेता, एक राशन कार्ड और एक पार्टी के विचार को बदलने की जरूरत है.
ममता बनर्जी ने टीएमसी सांसदों को यह मुद्दा संसद में उठाने का निर्देश देते हुए कहा कि आखिर एक राजधानी क्यों होनी चाहिए. देश के हर कोने में एक राजधानी होनी चाहिए और कुल चार राजधानी हों. संसद का सत्र सभी राजधानी में आयोजित किया जाए.
उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत के राज्य जैसे तमिलनाडु, कर्नाटक या केरल में भी एक राजधानी बननी चाहिए. अगली राजधानी उत्तर प्रदेश, पंजाब या राजस्थान में होनी चाहिए. एक बिहार, ओडिशा या फिर कोलकाता में होनी चाहिए.