उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के अलीनगर थाने में शादीशुदा महिला का उसके पूर्व पति से तलाक कराए बिना प्रेमी से दूसरी शादी कराना महिला थानाध्यक्ष को महंगा पड़ गया. पुलिस अधीक्षक चंदौली हेमंत कुटियाल ने शुक्रवार को मामले की गंभीरता को देखते महिला थानाध्यक्ष शशि सिंह को लाइनहाजिर किया है.
युवक के पिता ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाई थी कि उसके बेटे की जबरन शादी महिला थानाध्यक्ष द्वारा होना दर्शाया गया है. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए युवक के पिता की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी है, जांच में यदि शिकायतों की पुष्टि होती है तो महिला दारोगा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जा सकती है.
गौरतलब है कि अलीनगर थाना क्षेत्र निवासी युवती का विवाह दस वर्ष पूर्व शहाबगंज थाना क्षेत्र के जमोखर गांव में हुआ था, इस समय महिला के दो बच्चे भी हैं जो अपने पिता के साथ रहते हैं. महिला लाकडाउन के दौरान अपने ननिहाल आती थी जहां पर उसका एक युवक से प्रेम संबंध हो गया.
हालांकि इस दौरान युवक शादी के लिए तैयार नहीं था और महिला को पिछले चार महीनों से टरका रहा था, महिला उक्त युवक के साथ रहने के लिए अड़ गई, मामला जब अलीनगर थाने की दहलीज पर पहुंचा तो काफी जद्दोजहद और पंचायत के बाद महिला थाना प्रभारी शशि सिंह की मौजूदगी में प्रेमी जोड़े के साथ शादी करवा दी गई.
जब महिला का विवाह होने की जानकारी उसके पति को हुई, तो वो थाने पहुंचा लेकिन वह दूर से ही खडे होकर शादी को देखता रहा. वहीं महिला के प्रेमी युवक के पिता ने पुलिस पर जबरन शादी कराने का आरोप लगाते हुए एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई, आरोप लगाया कि उनका लड़का अभी 20 साल का है जबकि महिला शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं. कहा कि शादी का विरोध करने पर पुलिस वालों ने वहां से भगा दिया.