उत्तर प्रदेश में भले ही विधानसभा में अभी समय हो मगर यहां राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप लगातार चल रहे हैं. बीते कुछ दिनों से जातिगत भेदभाव का मुद्दा भी काफी चर्चा में है. विपक्षी दल एकजुट होकर योगी सरकार पर ये आरोप लगा रहे हैं कि इस सरकार में सिर्फ ठाकुरों के लिए ही काम हो रहे हैं.
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भाजपा और सपा सरकार को एकसाथ निशाने पर लेते हुए कहा है कि दोनों ही सरकारों ने लोगों को उत्पीड़न किया है.
मायावती ने कहा कि सपा सरकार में जैसे ब्राह्मणों व दलितों का चुन-चुन कर उत्पीड़न किया गया था तो अब वैसे ही वर्तमान भाजपा सरकार में भी इनके साथ-साथ मुसलमानों का भी काफी उत्पीड़न किया जा रहा है. इनको जबरन् गलत मामलों में फँसाया जा रहा है, जो अति दुःखद है.
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सपा सरकार में दलितों के मसीहा बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर व इनके महान् सन्तों व गुरुओं की मूर्ती तोड़ी गई तथा उनके नाम पर रखे गये जिलों व संस्थानों आदि के नाम भी काफी बदल दिये गए ठीक उसी प्रकार से अब वर्तमान भाजपा सरकार भी चल रही है.
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि अब तो उनके मसीहा बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की भी मूर्ती तोड़ी जा रही है, जिसकी पहले वाराणसी की व अब जौनपुर की घटना अति-निन्दनीय, सरकार इस मामले में उचित कदम उठाये.