2019 लोकसभा चुनाव के बाद से ही मायावती के तेवर बदले बदले से हैं. वो लगातार अनुशासनहीन और बागी नेताओं पर कार्रवाई कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने में लगी हुई हैं. मायावती अब तक 10 से ज्यादा बड़े नेताओं को पार्टी से बाहर निकाल चुकी हैं.
शुक्रवार को मायावती ने लखनऊ जिले के मोहनलालगंज सुरक्षित सीट से प्रत्याशी रहे सीएल वर्मा पर कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निकाल दिया है.
लखनऊ के जिलाध्यक्ष डॉक्टर हरिकृष्ण गौतम ने पत्र जारी कर कहा है कि लंबे समय से पार्टी विरोधी गतिविधि में लिप्त रहे सीएल वर्मा को कई बार चेतावनी जारी की गई, बार बार चेताने के बाद भी उनकी कार्यशैली में कोई सुधार नहीं हुआ. इसलिए उन्हें अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में पार्टी से बाहर किया जाता है.
बता दें कि सीएल वर्मा को पूर्व बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी का करीबी माना जाता है. इससे पहले मायावती की ओर से पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी, पूर्व विधायक राजेंद्र चौधरी, पूर्व विधायक नंदू चौधरी, पूर्व विधायक दूधराम, पूर्व एमएलसी सुनील कुमार चित्तौड़, पूर्व मंत्री नारायण सिंह, पूर्व एमएलसी वीरू सुमन, कालीचरण सुमन, पूर्व जिलाध्यक्ष भारतेंदु अरूण, पूर्व जिलाध्यक्ष डॉक्टर मलखान सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह को बर्खास्त किया जा चुका है.