मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा हासिल करने वाले कांग्रेस के करीबी कंप्यूटर बाबा पर आज शिवराज सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनें आश्रम पर बुलडोजर चला दिया. प्रशासन की कार्रवाई का विरोध करने पर बाबा सहित सात लोगों को जेल भी भेज दिया गया है.

इंदौर प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि बाबा का आश्रम सरकारी जमीन पर बना था, उन्हें कब्जा हटाने के लिए नोटिस भी दिया गया था. एडीएम राजेश राठौर ने कहा कि बाबा ने 46 एकड़ जमीन में से तीन एकड़ पर अवैध तरीके से कब्जा कर घर बनाया था. इसीलिए आज सुबह बड़ी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में जमीन को कब्जा मुक्त करवा दिया. अब इस मामले में राजनीति भी तेज हो गई है.

कांग्रेस के कई नेता बाबा के समर्थन में खुलकर उतर आए और सरकार की इस कार्रवाई को पूरी तरह से गलत बताया. वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि इंदौर में बदले की भावना से कंप्यूटर बाबा का आश्रम व मंदिर बिना किसी नोटिस के तोड़ा जा रहा है. यह राजनैतिक प्रतिशोध की चरम सीमा है. मैं इसकी निंदा करता हूं.

बता दें कि कंप्यूटर बाबा ने कांग्रेस के 22 बागी विधायकों को गद्दार बताया था और उपचुनाव से पहले लोकतंत्र बचाव यात्रा भी निकाली थी.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here