सरकारी नौकरी का अपना अलग ही क्रेज है. ये कितना महत्वपूर्ण है इसकी बानगी यूपी के गोंडा में देखने को मिली. जहां पर एक दुल्हन सिंदूर की रस्म के बाद पति को मंडप में ही छोड़कर अपनी नौकरी की काउंसलिंग में गई. काउंसलिंग के बाद उसको नौकरी भी मिल गई. गोंडा के रामनगर बाराबंग की रहने वाली प्रज्ञा की बीएसए दफ्तर में उसी दिन काउंसलिंग थी, इसी दिन उसकी शादी भी थी.
ऐसे में शादी में सिंदूर रस्म के बाद प्रज्ञा बीएसए दफ्तर पहुंच गई. इस दौरान पति शादी के मंडप में ही बैठा रहा. बीएसए दफ्तर पहुंचकर प्रज्ञा लाइन में लगी और इस दौरान अपने कागजातों को दिखाया, कागजातों को दिखाने के बाद रिसीविंग ली. इस दौरान उनके चेहरे शादी और नौकरी दोनों की खुशी साफ रुप से देखी जा सकती थी.
इस दौरान हर कोई उनकी तारीफ कर रहा था. प्रज्ञा का मानना था कि करियर सबके लिए महत्वपूर्ण होता है. इसलिए वो बीच रस्म में ही काउंसलिंग के लिए गई और बाकी रस्मों को वापस लौटकर पूरा किया. इसके बाद बाकी की रस्में भी पूरी हुई और पति के साथ उनकी विदाई हुई.
इस दौरान उन्होंने लड़कियों को सीख देते हुए कहा कि सभी लड़कियों को पढ़ना चाहिए और सेल्फ डिपेंड होना चाहिए. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी प्रज्ञा को बधाई दी, वो गोंडा में बतौर प्राइमरी शिक्षक नियुक्त हुई है.