उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर शासन स्तर पर तेजी दिखाई देने लगी है. ग्राम प्रधानों का कार्यकाल का समाप्त होने के बाद ग्राम पंचायतों में प्रशासकों की तैनाती कर दी गई है. इसके साथ ही अब चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाते हुए पंचायती राज निदेशक ने पंचायत चुनाव के संबंध में विभिन्न बिंदुओं पर जिलों से सूचना मांगी है.

साल 2015 में जिले में कितनी सीटों पर पंचायत चुनाव हुआ था, इस वर्ष कितनी सीटें कम हुई है. इसको लेकर उन जिलों को सूचना भेजी गई है जहां सीमा विस्तार के बाद ग्राम पंचायतों का रकबा प्रभावित हुआ है. कुछ ऐसी भी ग्राम पंचायतें जो है नगर पालिका परिषद और नगर निगमों में मर्ज हो गई है ऐसी ग्राम पंचायतों के बारे में सूचना प्राप्त की जा रही है.

उत्तर प्रदेश त्रिस्तरीय चुनावों को लेकर माना जा रहा है कि राज्य निर्वाचन आयोग मार्च महीने में चुनाव कराए जाने की अधिसूचना जारी कर सकता है. लखनऊ प्रशासन और निर्वाचन आयोग इसको लेकर जिलों को सूचनाएं भेजकर कई जानकारियां जुटा रहा है. आए दिन नए बिंदुओ पर चुनाव के संबंध में जानकारी मांगी जा रही है.

इसके साथ ही पंचायत चुनाव को लेकर जल्द ही सीटों के आरक्षण प्रक्रिया शुरु होने वाली है क्षेत्र में राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है. कहा जा रहा है कि पूर्व चुनाव में जो सीट जिस वर्ग में आरक्षित थी वो इस बार उसमें नहीं रहेगी इसमें बदलाव किया जाएगा.

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