उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के दर्जनभर गांवों का अस्तित्व बचाने के लिए युवा चेतना ने एक बार फिर आवाज उठाई है. युवा चेतना प्रमुख रोहित सिंह लगातार इसे लेकर अभियान चला रहे हैं, इस दौरान उन्होंने दिल्ली से लेकर लखनऊ तक के नेताओं से गुहार लगाई, धरना दिया, मांगपत्र भेजे मगर अभी तक मामला जस का तस बना हुआ है.
आज इसी मुद्दे को लेकर युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उज्ज्वला गैस योजना की जन्मभूमि हैबतपुर सहित 1 दर्जन गाँवों को बचाने हेतु योगी सरकार कुछ नहीं कर रही है.
उन्होंने कहा कि 1 मई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैबतपुर से ही उज्ज्वला योजना की शुरूआत की थी मगर आज यह गाँव और उसके आसपास के दर्जन भर गाँवों के साथ गंगा नदी की कटान का शिकार हो चुका है.
रोहित सिंह ने कहा कि युवा चेतना पिछले 3 वर्षों से बांध निर्माण हेतु चरणबद्ध आंदोलन चला रही है परंतु योगी सरकार कोई निर्णय नहीं ले रही है. उन्होंने कहा कि जिस तेज़ी से कटान हो रहा है उससे हैबतपुर सहित दर्जन भर गाँव एवं बलिया शहर का अस्तित्व ही एक दिन मिट जाएगा.
युवा चेतना प्रमुख ने कहा कि मंगल पांडेय, चित्तु पांडेय, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, चंद्रशेखर, जनेश्वर मिश्रा के बलिया के साथ भाजपा सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है. इस अवसर पर बैजू राय, अजय ओझा, सैफ़ नवाब, आशीष चौबे, आदित्य चौबे उपस्थित रहे.