योगी सरकार के निर्देशों के बाद पुलिस महकमे में 50 पार अक्षम कर्मियों को रिटायर करने की कार्रवाई शुरु हो चुकी है. इसी क्रम में कुशीनगर जिले के 22 पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायर कर दिया गया है. इनमें 22 कांस्टबेल और 10 दारोगा है. एसपी विनोद कुमार सिंह ने 22 पुलिसकर्मियों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति पर मुहर लगाते हुए डीआईजी को रिपोर्ट भेज दी है. डीआईजी कार्यालय से ही सेवानिवृत्ति पर आखिरी मुहर लगेगी.
50 पार पुलिसकर्मियों के जबरन सेवानिवृत्ति से खलबली मची हुई है. डीजीपी मुख्यालय ने सभी जोन के एडीजी लखनऊ और नोएडा पुलिस कमिश्नर को इस संबंध में पत्र लिखा है, इसके मुताबिक 31 मार्च 2020 को 50 साल की आयु पूरी कर चुके अक्षम पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग कराए जाने के निर्देश दिए है.
जिलों में इस जिम्मेदारी को पुलिस अधीक्षक को सौंपा गया है. सभी जिलों में इसकी स्क्रीनिंग शुरु हो गई है. इसमें 50 की उम्र पार कर चुके सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर पद तक के पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है. स्क्रीनिंग के बाद जो पुलिसकर्मी अक्षम पाए जाएंगे, उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा.
नियमों के मुताबिक नियुक्त प्राधिकारी किसी भी समय किसी सरकारी सेवक को चाहे वह स्थाई या अस्थाई नोटिस देकर बिना कोई कारण बताए 50 साल की आयु पूरी कर चुके लोगों को रिटायर कर सकते है.