सिवान के बाहुबली पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन जब जीवित थे, इस दौरान उनकी जिंदगी में कई ऐसे क्षण आए, जब वे बहुत भावुक हो गए. ये वाक्या पिछले ही साल का है जब कोर्ट के आदेश पर दिल्ली के जेल में ही उनके पत्नी, बच्चों और मां से मिलवाया था. तब उन्होंने बेटी हेरा शहाब के निकाह में शामिल होने के लिए सिवान आने की इच्छा जताई थी. विगत दिनों हेरा शबाब की सगाई हो गई और अब निकाह का इंतजार है. लेकिन अब शहाबुद्दीन का ये अरमान कभी पूरा नहीं होगा.
गौरतलब है कि ये उनके बेटे-बेटियों में पहला निकाह था.. शहाबुद्दीन तिहाड़ जेल की सजा काट रहे थे जहां वो कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे. कोरोना संक्रमण से ही उनकी 1 मई को मौत हो गई थी. बीते शनिवार को शहाबुद्दीन की बेटी हेरा शहाब की सगाई मोतिहारी के सैयद मो. शादमान से हुई. दोनों ही पेशे से एमबीबीएस डाक्टर है.
इस सगाई में पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी और राजद विधायक अवध बिहारी चौधरी व हरिशंकर यादव समेत कई नेता उपस्थित रहें.
जेल में सजा काटने के दौरान ही शहाबुद्दीन के पिता का निधन हो गया था, पिता के निधन के बाद भी शहाबुद्दीन को पैरोल नहीं मिली थी. शहाबुद्दीन ने इस दौरान पैरोल की अर्जी दाखिल की थी जिस पर बिहार सरकार की आपत्ति के कारण उन्हें सिवान जाकर परिवार से मिलने की इजाजत नहीं दी गई, इसके लगभग तीन साल बाद कोर्ट के आदेश के बाद दिसंबर में ही दिल्ली में ही वे अपने परिवार के सदस्यों मां. पत्नी और बच्चों से मिलें. इस दौरान वे कई बार भावुक होते हुए दिखाई दिए.