
मुलायम सिंह यादव परिवार की कलह अब शांत होती नहीं दिखाई दे रही है. शिवपाल यादव की पार्टी की सपा में विलय को लेकर चर्चा हो रही थी, तब माना जा रहा था कि सपा में परिवार के बीच चल रहा झगड़ा जल्द ही समाप्त हो सकता है लेकिन अब शिवपाल यादव ने साफ कर दिया है कि वह सपा के साथ गठबंधन तो कर सकते हैं लेकिन पार्टी को विलय संभव नहीं हैं.
गौरतलब है कि शिवपाल यादव की पार्टी ने लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन इस चुनाव में एक भी प्रत्याशी को जीत नसीब नहीं हुई थी, लेकिन कई जगहों पर सपा के प्रत्याशियों का खेल बिगाड़ने में कामयाब हो गई थी.

इस समय शिवपाल यादव लगातार पूर्वांचल का दौरा कर रहे हैं. जिला मुख्यालय में कार्यकर्ताओं से मिलकर जमीनी हकीकत का अंदाजा लगा रहे हैं. इन सब बातों से एक बात को साफ हो जाती है कि वह अब अपनी पार्टी को वजूद बनाकर रखना चाहते हैं.
शिवपाल यादव की पार्टी की जितनी ताकत बढ़ेगी, समाजवादी पार्टी को उतना ही नुकसान उठाना पड़ेगा. यदि सपा व प्रसपा का विलय हो जाता है तो शिवपाल सिंह की शक्तियों में इजाफा बढ़ना लाजिमी है.