प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी की रणनीति को एक बार फिर स्पष्ट किया है. उन्होंने कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी सबसे पहले समाजवादी पार्टी की ओर हाथ बढ़ाएगी. इसके बाद अन्य राजनीतिक दलों की ओर रुख किया जाएगा.
शिवपाल सिंह यादव मेरठ में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. इस दौरान उन्होंने सपा सरकार में तीन मुख्यमंत्री के सवाल पर कहा कि प्रदेश की वर्तमान बीजेपी सरकार में कितने मुख्यमंत्री हैं, इनकी संख्या तो कोई नहीं गिन पा रहा. यही वजह है कि प्रदेश योगी सरकार कोई ठोस कदम नहीं ले पा रही है.
बीजेपी के साथ आकर चुनाव लड़ने पर शिवपाल ने कहा कि उनकी पार्टी बीजेपी के साथ कभी चुनाव नहीं लड़ेगी. बीजेपी से बहुत ऑफ़र मिले, लेकिन कभी तवज्जों नहीं दी. प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन के साथ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी चुनाव लड़ेगी, लेकिन चुनाव को लेकर सबसे पहले हाथ समाजवादी पार्टी की ओर हाथ बढ़ाया जाएगा.
उन्होंने आगे कहा कि इसके बाद अन्य राजनीतिक दल हैं, जिनके साथ मिलकर महागठबंधन चुनाव लड़ेगा. हम लोहिया की विचारधारा के लोग हैं, जो भी दल समान विचारधारा का होगा, उसी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
इस दौरान समाजवादी पार्टी में विलय की चर्चाओं पर उन्होंने कहा कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का स्वतंत्र अस्तित्व बना रहेगा. पार्टी विलय जैसे एकाकी विचार को एक सिरे से ख़ारिज करती है. अपनी पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को यह विश्वास दिलाती है कि उनके सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा.