बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद सभी राजनैतिक दल इलेक्शन मोड में हैं और दिनरात चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं. वैसे तो बिहार में मुख्य मुकाबला एनडीए गठबंधन और महागठबंधन के बीच है मगर इनके अलावा भी कई और दल हैं जो ताल ठोक रहे हैं.
बिहार में नितीश कुमार एनडीए की ओर से तो तेजस्वी यादव महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा हैं. इसके अलावा भी चार और नेता मुख्यमंत्री पद की दावेदारी कर रहे हैं. आइये जानते हैं इन चारों के बारे में.
पप्पू यादव
जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव ने कई दलों को साथ लेकर बिहार में प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन बनाया है. पीडीए गठबंधन की ओर से पप्पू यादव बिहार के मुख्यमंत्री पद का चेहरा हैं.
वो एक बार विधायक और पांच बार सांसद रह चुके हैं. पप्पू यादव राजनीति के अलावा सामाजिक कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं. बिहार की बाढ़ और लॉकडाउन में उन्होंने लोगों की दिल खोलकर मदद की थी.
चिराग पासवान
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कभी खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं बताया मगर उनकी पार्टी के तमाम नेता उन्हें मुख्यमंत्री पद का चेहरा बताने से नहीं चूकते. चिराग के पिता रामविलास पासवान का हाल में ही निधन हुआ है.
चिराग इस बार एनडीए गठबंधन से अलग होकर अकेले चुनाव मैदान में हैं. उनका कहना है कि वो बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाएंगे और किसी भी हाल में नितीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे.
उपेंद्र कुशवाहा
रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा लंबे समय से बिहार की राजनीति में सक्रिय नेता हैं. वो बिहार के नेता प्रतिपक्ष और केंद्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. पहले वो जदयू में थे मगर साल 2013 में उन्होंने अपनी अलग पार्टी बना ली.
उन्होंने भी बिहार चुनाव में कई दलों के साथ मिलकर ग्रांड डेमोक्रेटिक सेकुलर एलायंस बनाया है और खुद मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं.
पुष्पम प्रिया चौधरी
प्लुरल्स पार्टी प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी बिहार की राजनीति में नया नाम है. वो जदयू के पूर्व एमएलसी विनोद चौधरी की बेटी हैं. वो लंदन से पढ़कर आई हैं और अब राजनीति में हाथ आजमा रही हैं.
उनकी पार्टी बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. वो खुद को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बताती हैं. पुष्पम प्रिया अपने लुक और स्टाइल की वजह से भी चर्चा में हैं.