बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. विधानसभा चुनावों में एनडीए को 125 सीटें मिली है. वहीं महागठबंधन को 110 सीटें हासिल हुई है. इस बार के चुनावों में बीजेपी अपने प्रर्दशन से खुश है. वहीं जेडीयू के खराब प्रर्दशन ने नीतीश कुमार की चिंताओं में इजाफा कर दिया है. ऐसे में अब सवाल उठना तो लाजिमी है जेडीयू के खराब प्रर्दशन के बावजूद बीजेपी सीएम पद के लिए नीतीश कुमार को ही आगे क्यों कर रही है.
नीतीश कुमार को बिहार का सीएम बनाना बीजेपी की भविष्य की रणनीति की ओर इशारा कर रहा है. भाजपा का शीर्ष नेतृ्त्व नीतीश कुमार को ही बिहार का अगला मुख्यमंत्री मानता है. ऐसे में वो राज्य में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं चाहता है. ऐसा माना जा रहा है कि नीतीश कुमार पं बंगाल चुनाव तक सूबे के मुख्यमंत्री बने रहेंगे.
क्योंकि बीजेपी अब अपना पूरा ध्यान बंगाल पर लगाने जा रही है. बीजेपी पं बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों में बड़ा उलटफेर करने के मूड में दिखाई दे रही है. ऐसे में पार्टी नहीं चाहती थी कि वो नीतीश कुमार जैसे नेता एनडीए से नाराज होकर बाहर चले जाएं. पंजाब में कृषि सुधार बिल को लेकर शिरोमणि अकाली दल के एनडीए से अलग होने के बाद से एनडीए इस तरह का कोई कदम नहीं उठाना चाहती है जिससे एनडीए में फूट की स्थिति उत्पन्न हो.