दहेज़ लेना भले ही गैरकानूनी हो लेकिन यह अभी भी दिया और लिया जा रहा है. हिसार के एक सब इंस्पेक्टर ने एक रूपये लेकर शादी रचाई है और बेटी ही दहेज़ का संदेश दिया है. हिसार के सिविल थाना में कार्यरत सब इंस्पेक्टर सुनील बुरा की इसको लेकर अब जमकर तारीफ हो रही है.
सब इंस्पेक्टर के पिता शमशेर बुरा ने दुल्हन ही दहेज़ कहकर दहेज़ में मिलने वाला सामान लौटा दिया. उन्होंने कैश और गहने को ठुकराकर एक रूपये लेकर कहा कि कन्या ही सबसे बड़ा दहेज़ और क्यों लें?
गोधडिया गांव निवासी शमसेर बुरा ने अपने बेटे सुनील बुरा की शादी भिवानी के गांव सिधनवा निवासी कविता के साथ की. बताया जा रहा है कि लड़की पक्ष की ओर से दहेज़ के रूप में कैश, गहने, फर्नीचर अदि देने की पेशकश की गयी थी.
जिसे देख दुल्हे के पिता ने कहा कि लड़की ही सबसे बड़ा दहेज़ है. यह कहते हुए दुल्हे के परिजनों ने शगुन के तौर पर सिर्फ एक रुपया लड़की पक्ष से ग्रहण किया. ग्रामीणों का कहना है कि दुल्हे के परिजनों ने दहेज़ न लेकर समाज के लिए अच्छी मिसाल पेश की है.
वहीं सब इंस्पेक्टर से पहले दिल्ली में साइंस के अध्यापक सुनील बुरा रहे हैं. सुनील ने बताया कि साल 2019 में पुलिस भर्ती होने से पहले वह दिल्ली के मुखर्जीनगर में बच्चों को साइंस की कोचिंग दिया करते थे. कहा कि क्लास के दौरान वह हमेशा बच्चों को दहेज़ के दुष्परिणाम के बारे में बताया करते थे.