कृषि कानूनों पर किसान संगठनों के विरोध प्रर्दशन के 65 दिनों बाद गणतंत्र दिवस के दिन उग्र हो गया. पहली बार पुलिस और किसान के बीच टकराव देखने को मिला. लालकिले से लेकर आईटीओ तक सभी तरफ टकराव की स्थिति देखने को मिली. हालांकि पुलिस ने किसी प्रकार की कहीं पर कड़ी कार्रवाई नहीं की.
इस बीच बीजेपी सांसद सुब्रहण्यम स्वामी ने इस घटना के संदर्भ में ट्वीट किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के आधार पर शक जताते हुए कहा कि लाल किले पर जो हुआ उसमें पीएमओ के किसी करीबी नेता का हाथ बताया जा रहा है.
स्वामी ने कहा कि एक गूंज चलल रही है शायद झूठी हो सकती है या दुश्मनों की झूठी आईडी से चलाई गई है कि पीएमओ के करीबी भाजपा के एक सदस्य ने लाल किले में चल रहे ड्रामे में भड़काऊ व्यक्ति के तौर पर काम किया. चेक करके जानकारी दें.
इतना ही नहीं स्वामी ने अपने अगले ही ट्वीट में किसान आंदोलन में शामिल रहे दीपसिद्धू से जुड़े एक ट्वीट को रिट्वीट भी किया. इसमें कहा गया था कि लाल किले में जो भी घटना हुई उसमें आरोपी दीप सिद्धू बीजेपी सांसद सनी देओलल का कैंपेन मैनेजर रह चुका है.
इसके अलावा राज्यसभा से सांसद स्वामी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि इस घटना से पीएम मोदी और अमित शाह की छवि को नुकसान पहुंचा है. इसके साथ ही प्रर्दशन कर रहे किसान नेताओं ने भी अपना सम्मान खो दिया. इस दौरान उन्होंने पंजाब की कांग्रेस सरकार पर भी जमकर निशाना साधा.