15 साल पहले गायब हुए बच्चे को देखकर मां की आंखो में आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं, घटना बनारस के रामनगर क्षेत्र की है जहां पर एक छोटे से गांव में निवास करने वाले विनोद नाम के शख्स ने गांव के लोगों से पैसा लेकर पैसों को शेयर मार्केट में दांव स्वरुप लगाया और शेयर मार्केट में लगे पैसे डूब जाने के कारण उस शख्स के ऊपर पैसे देने वालों का दबाव बनने लगा इस दबाव के कारण शख्स अपना घर छोडकर चला गया.
उस शख्स के घर से जाने के बाद उनके माता-पिता ने उसकी खोज के लिए बहुत सारे प्रयास किए, इस दौरान पुलिस में भी रिपोर्ट दर्ज कराई लेकिन बहुत छानबीन के बाद भी उस शख्स का कोई पता नहीं चला इसी के चलते शख्स के पिता का भी देहांत हो गया. घर में केवल मां और बहनें थी, पिता के जाने के बाद घर की स्थिति भी काफी खराब हो गई थी.
मां ने इस दौरान काफी प्रयास किया की बेटा किसी तरह से वापस आ जाए और उसके पिता की नौकरी उसे मिल जाए. लेकिन ऐसा नहीं हुआ, पुत्र का इंतजार करते-करते मां की भी आंखे पथरा गई. पिता के स्थान पर बड़ी बेटी को नौकरी दिलाई और आज अपने पिता की ही तरह बेटी भी पुलिस की नौकरी कर रही है.
आज 15 साल बाद वो शख्स जोगी के वेश में मां से भिक्षा लेने घर आया. उस जोगी ने अपनी मां से अपने ऊपर बीते हुई कल की सारी व्यथा को लोकगीत के माध्यम से सुनाया. जिसके बाद मां के आंखो के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे है. अपने खोए हुए इस बच्चे को इस रुप में देखकर मां बेहद दुखी है.
मां ने इस दौरान बेटे से रुकने की विनती की लेकिन पुत्र ने रुकने साफ रुप से इंकार कर दिया. पुत्र ने कहा कि वो अब सांसारिक मोहमाया से दूर हो गया है वो केवल मां के आंचल से भिक्षा लेकर अपने जोगी के रुप को पूर्ण करने के लिए गांव में आया है अब उसे इस संसाल की मोहमाया से कोई लगाव नहीं है.