कृषि दुनिया की अर्थव्यवस्था का एक अहम हिस्सा है. खासतौर पर विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था में एक बड़ा हिस्सा कृषि का रहता है. कृषि रोजगार, आय और खाद्य का प्रमुख संसाधन है. दुनिया में कुछ ही दश हैं, जो जरूरत से ज्यादा अन्न और खाद्य पदार्थ पैदा करते हैं.
ये देश इतना अनाज और अन्य चीजें इतनी ज्यादा पैदा करते हैं कि यूरोप के सारे देश मिलकर भी उतनी पैदावार नहीं उगा पाते. एक ज़माना था जब भारत की पैदावार अमेरिका से भी ज्यादा हुआ करती थी. लेकिन भारत के पैदावार की बहुत कुछ खपत देश के अंदर ही हो जाती है.
दुनिया के चार बड़े पैदावार करने वाले देशों में अमेरिका, चीन, भारत और ब्राजील शामिल हैं. ये सभी देश एक बड़े भूभाग पर खेती करते हैं. अमेरिका दुनिया के फ़ूड मार्केट में सुपर पॉवर है लेकिन भारत और चीन भी उससे कम नहीं.
अमेरिका के कृषि जगत में मजदूरों या श्रम शक्ति कम होने के बाद भी वो दुनिया का सबसे बड़ा कृषि उत्पादक है. अमेरिका भौगोलिक तौर पर बड़ा देश है. चारो ओर बड़े बड़े खेत फैले हुए हैं. कैलिफोर्निया, लोवा, टेक्सास, नब्रास्का और इलिनोस सबसे ज्यादा कृषि उपज पैदावार वाले राज्य हैं. अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा अनाज निर्यातक है. अमेरिका का कृषि क्षेत्र अत्याधुनिक मशीनों से लैस है. जिसके चलते देश खाद्यान्न उत्पादक का बड़ा हब है.
चीन इस सूची में नम्बर वन है. वो दुनिया में सबसे ज्यादा अनाज, सब्जियां और फल पैदा करता है. चीन में खुद उसकी पैदावार की सबसे ज्यादा खपत है बल्कि बड़ा आयातक भी है. चीन ने इसके लिए एक मजबूत सिस्टम तैयार किया है. एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के कर्मचारी और विशेषज्ञ न केवल खेतों पर जाकर काम करते हैं, बल्कि ट्रेनिंग भी देते हैं. किसानों से तालमेल कर कोशिश करते हैं कि पैदावार अच्छी मिले.
चीन के पूर्वी और दक्षिणी इलाके उपजाऊ हैं. चीन में खेती करने वाले मजदूरों की सख्या 31 करोड़ के आसपास है. यहां चावल, गेंहू, आलू, प्याज, हरी बीन्स ब्रोकली, पालक, गाजर,, कद्दू, टमाटर, अंगूर, सेब, तरबूजा आदि के जबरदस्त पैदावार होती है. इ सबकी पैदावार में वो दुनिया में सबसे ऊपर है.
ब्राजील
ब्राजील में गन्ना मुख्य फसल है. हालांकि अब ब्राजील में बड़े पैमाने पर सोयाबीन और कॉर्न की पैदावार भी होती है. यहाँ संतरे, अन्ननास, पपीता और नारियल भी काफी ज्यादा पैदा होते हैं. ब्राजील बड़े पैमाने पर अपनी पैदावार का निर्यात करता है.
भारत
भारत का स्था कृषि उप्तादा के मामले में दुइय में नंबर दो है. यहां बड़े पैमाने पर अन्न, दलहन, सब्जियों और फलों की पैदावार होती है. लेकी इस सूची में भारत का स्थान नंबर चार पर है. चीन की तुलना में उसकी कृषि पैदावार आधी है. खेतो की उत्पादकता की बात करे तो भारत की जगह चीन, अमेरिका और ब्राजील से नीचे है.
भारत में किसानों की हालत अगर अच्छी नहीं रहती है तो एक बड़ी समस्या है देश की बड़ी आबादी गरीब होए के कारण उनकी खाद्य क्रय शक्ति कम है. भारत की जनसँख्या का तेजी से बढ़ना भी एक चिंताजनक वजह है. अन्यथा देश कृषि का एक बड़ा हिस्सा दूसरे देशों में निर्यात कर पूँजी अर्जित कर सकता है.