उत्तर प्रदेश का उन्नाव जिला एक बार फिर सुर्खियों में है. उन्नाव जिले में बेहद गरीब परिवार की तीन बच्चियों के साथ हुई घटना से एक बार फिर पूरा प्रदेश हिल गया है. खेत में पाई गई तीन लड़कियों में से दो की जान चली गई जबकि तीसरी बच्ची अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है.
उन्नाव की पीड़िता बच्ची कानपुर के रिजेंसी अस्पताल में भर्ती है, इस घटना में बची एकमात्र पीड़िता का बयान इस केस के लिए बेहद अहम माना जा रहा है. पुलिस प्रशासन की निगाहें उसके बयान पर टिकी हुई है. घटना की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है.
आईसीयू के बाहर एसीएम और डिप्टी एसपी को तैनात कर दिया गया है. ये दोनों अधिकारी लगातार चौकसी बरत रहे हैं. रिजेंसी अस्पताल की ओर से जारी बयान में कहा गया कि लड़की के शरीर में अब तक कोई हलचल नहीं हुई है. हम जो इलाज कर रहे हैं उसका सकारात्मक असर हो रहा है.
उन्होंने कहा कि हम लड़की को वेंटिलेटर सपोर्ट से हटाने की ओर बढ़ रहे हैं, अगले 24 घंटों में रिस्पांस सामने आ जाएगा. लड़की का पॉइजन सैंपल जांच के लिए लखनऊ के केजीएमसी भेजा गया है, उसकी रिपोर्ट आने का इंतेजार है.
लड़की की मां और परिवार वालों को भी उससे मिलने की इजाजत नहीं दी गई है. प्रशासन की तैयारी है कि होश में आते ही सबसे पहले उसका बयान लेकर जांच को तेज किया जाए.