उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के बिकरू गांव में 2-3 जुलाई की रात हुई घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया था. इस मामले के बाद काफी दिनों तक घटनाक्रम चलता रहा और अंत में मास्टरमाइंड विकास दुबे को पुलिस ने मुठभेड़ में ठेर कर दिया था. इसके बाद प्रशासन ने घटना की एसआईटी जांच की सिफारिश कर दी.

अब एसआईटी ने जांच पूरी कर शासन को रिपोर्ट सौंप दी है. इनमें कानपुर के पूर्व एसएसपी रहे अनंतदेव सहित कई पुलिसकर्मियों, तहसील के अधिकारी, कर्मचारी, खाद्य विभाग सहित कई विभागों में काम करने वाले लगभग 80 लोगों को विकास दुबे का साथ देने का दोषी पाया गया है.

एसआईटी ने सभी लोगों पर कार्रवाई की सिफारिश भी की थी. एसआईटी जांच रिपोर्ट के बाद कानपुर के पूर्व एसएसपी अनंतदेव को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा उनपर विभागीय कार्रवाई के आदेश भी दे दिए गए हैं. घटना के समय कानपुर के तत्कालीन एसएसपी दिनेश कुमार पी से भी इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है.

बता दें कि किरू गांव में हुई घटना मे शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा के कई ऑडियो लगातार वायरल हो रहे हैं. इन ऑडियो में उन्होंने एसओ विनय तिवारी और एसएसपी अनंतदेव पर गंभीर आरोप लगाए थे. उनका एक पत्र भी वायरल हुआ था. उन्होंने कहा था कि अनंतदेव की वजह से विनय तिवारी बोलना सीख गया है.

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