उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद से लेकर अब तक शहरों और संस्थानों के नाम बदलने का सिलसिला जारी है. अब तक कई शहरों और संस्थानों के नाम बदले जा चुके हैं और अभी कई और जगहों के नाम बदलने की तैयारी चल रही है.

अब ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय का भी नाम बदला जाएगा. विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पहुंची उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा है कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय में उर्दू अरबी फारसी शब्द जोड़ने की जरूरत नहीं है क्योंकि यहां पर सभी विषयों को पढ़ाया जाता है.

उर्दू अरबी फारसी शब्द की वजह से लोगों को गलतफहमी हो जाती है कि यहां सिर्फ इन्ही भाषाओं को पढ़ाया जाता है. यूनिवर्सिटी के विकास के लिए ये जरूरी है कि इसका नाम बदलकर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय कर दिया जाए.

बता दें कि सरकार ने मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम पंडित दीन दयाल उपाध्याय, इलाहाबाद का नाम प्रयागराज और फैजाबाद का नाम अयोध्या कर दिया है. अब खबर है कि आगरा का नाम बदलकर अग्रवन कर दिया जाएगा. इसके अलावा अभी कई जिलों व संस्थानों के नाम बदलने की मांग की जा रही है.

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