उत्तर प्रदेश विधानसभा में 8 सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं. जिसके लिए बीजेपी के साथ-साथ सरकार ने भी कमर कस ली है. सरकार ने उपचुनाव वाले जिलों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के निर्देश दिए हैं. उपचुनाव की इन आठ सीटों में दो सीटें ऐसी हैं जहां अब तक बीजेपी को जीत नहीं मिली है.
रामपुर की स्वार सीट और जौनपुर की मल्हनी सीट पर आज तक बीजेपी का कमल नहीं खिल पाया है. रामपुर की स्वार सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान के बेटे अब्दुल्लाह आजम विधायक बने थे, लेकिन बर्थ सर्टिफिकेट फर्जीवाड़े में इलाहबाद हाईकोर्ट ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी थी.
जबकि जौनपुर की मल्हनी सीट 2012 में अस्तित्व में आई थी. इस सीट पर अब तक दो बार चुनाव हुए हैं, दोनों ही बार समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को ही जीत मिली. इस वक्त यह सीट सपा विधायक पारसनाथ यादव के निधन से खाली है. अब बीजेपी इन दोनों सीटों पर जीत के लिए पूरा दम लगाती दिख रही है.
जिन जिलों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के निर्देश दिए गए हैं, उनमें- बुलंदशहर, फिरोजाबाद, अमरोहा, रामपुर, उन्नाव, कानपुर नगर, देवरिया और जौनपुर शामिल हैं.
उन्नाव की बांगरमऊ सीट कुलदीप सिंह सेंगर के जेल जाने से रिक्त हुई, फिरोजाबाद की टूंडला सीट एसपी सिंह बघेल के सांसद बनने से रिक्त हुई, जनमेजय सिंह के निधन से देवरिया सीट, चेतन चौहान के निधन से अमरोहा की नौगांव सादात, कमलरानी वरुण के निधन से कानपुर की घाटमपुर सीट और सिरोही बुलंदशहर सीट रिक्त हुई है.