बिकरू प्रकरण के बाद विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. जांच के बाद पुलिस ने क्लीन चिट देकर रिचा को छोड़ दिया था. लेकिन एसआईटी की रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. अब रिचा का बच पाना मुश्किल लग रहा है.

एसआईटी की रिपोर्ट में सामने आया है कि विकास दुबे की पत्नी रिचा, रिश्तेदार और विकास के खास गुर्गे फर्जी आईडी से सिम लेते थे. विकास का परिवार फर्जी आईडी से लिए गए सिम का इस्तेमाल करता था. एसआईटी की सिफरारिश पर कानपुर पुलिस रिचा दुबे पर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रही है.

विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे, मोनू अरविंद त्रिवेदी, राजू वाजपेयी, विष्णु पाल, दीपक, शिव तिवारी, शांति देवी, ख़ुशी, रेखा ने फर्जी आईडी पर सिम लिए थे. जांच में पता चला है कि जय बाजपेई का पासपोर्ट भी फर्जी दस्तावेजों पर बना था.

पुलिस ने जब इनके मोबाइल नंबरों का ब्यौरा खंगाला तो ये तथ्य सामने आए. इन सभी के खिलाफ अपर मुख्य सचिव और एसआईटी अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी के निर्देश पर कार्रवाई के लिए कहा गया है. जय बाजपेयी के पासपोर्ट के बारे में पता चला कि आपराधिक इतिहास छिपाने के लिए जय ने फर्जी वोटर आईडी कार्ड पर पासपोर्ट बनवाया था. पता भी दूसरा डाला था.

विकास दुबे ने अपने नौकर दयाशंकर के नाम पर राशन की दुकान ली थी. राशन की दुकान का संचालन भी दयाशंकर करता था. जानकारी के मुताबिक राशन की दुकान में बड़ी संख्या में कार्ड धारकों के आईडी कार्ड आसानी से मिल जाते थे. विकास दुबे के रिश्तेदार, गुर्गे और परिवार के सदस्य फर्जी दस्तावेजों से सिम कार्ड निकलवा लेते थे.

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