तेलंगाना के जनगांव जिले के पलकुर्थी पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर गंडराठी सतीश ने फर्ज से उठकर काम किया है. उन्होंने यहां कुछ लोगों की मदद से 73 साल की एक महिला के लक्ष्मीनारायणपुरम गांव में एक घर बनाया है.
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक अगस्त 2020 में मानसून की बारिस ने बांदीपल्ली राजम्मा के मिट्टी के गर को क्षतिग्रस्त कर दिया था वो टूटने की कगार पर था. जिसके बाद सतीश ने दो महीने में एक घर तैयार कर उन्हें नए साल में गिफ्ट कर दिया.
एक अखबार से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि राजम्मा अपने विकलांग बेटे के साथ मिट्टी की दीवार वाले घर में रह रही थी जिसमें दरवाजे भी नहीं थे बारिश के दौरान उसकी एक दीवार ढ़ह गई थी और जब से वो इस बुरी स्थिति में रह रही थी.
चार महीने पहले उनके घर में एक सांप आया और उनकी पोती को काट लिया जिससे उसकी मौत हो गई जबकि राजम्मा की बहू की एक साल पहले ही बीमारी से मौत हो गई थी, इतना सबकुछ किसी को भी मानसिक रुप से तोड़ देने के लिए काफी होता है.
इस दौरान राजम्मा और उनका बेटा रामुलु बाजार स्थानों पर भिक्षा मांगने का काम करने लगे. लेकिन वो अपनेी जान को जोखिम में डालकर उसी मकान में रहते थे, जब सतीश को इन सबके बारे में पता चला तो उन्होंने मकान बनाकर गिफ्ट किया.
सतीश ने इस दौरान अपनी जेब से 80 हजार रुपये खर्च किए. उन्होंने कहा कि जब मुझे अपनी कठिनाईयों के बारे में बताया गया तो मैंने गांव में उनके लिए एक घर बनाने का फैसला किया दो महीने में गर बनकर तैयार हो गया फिर मैंने मां-बेटे को नए घर में ट्रांसफर किया गया.
अखबार के साथ बातचीत करते हुए राजम्मा ने चौंकाने वाले खुलासे किए उन्होंने कहा कि मैं दलित समुदाय से हूं, गांव वाले हमारी मदद नहीं करते हैं जब मेरी पोती की मौत हुई, इस दौरान भी उन लोगों ने हमारी किसी प्रकार की कोई मदद नहीं की.
मुझे आश्चर्य है कि ये सब पुलिस के लोगों को कैसे पता चला की मैं ऐसे घर में रह रही थी. उन्होंने दो महीने के भीतर घर बनाया और उसने मुझे नए साल के लिए ये उपहार दिया था.