प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस को युवा संगठन और विपक्षी दल बेरोजगार दिवस के रूप में मना रहे हैं. आज युवा चेतना ने उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में अपने समर्थकों संग सड़क पर पकौड़े तल बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ आक्रोश जताया.
युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा की देश के इतिहास में नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनके जन्मदिन पर देश का युवा बेरोजगार दिवस मना रहा है. उन्होंने कहा की 2014 से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं, उन्होंने चुनाव से पहले युवाओं से वायदे तो बहुत किए परंतु हुआ कुछ नहीं.
रोहित सिंह ने कहा की हम राजनारायण के वंशज हैं किसी से डरते नहीं हैं, सत्य के पथ पर चलकर नौजवानों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहेंगे. रोहित सिंह ने कहा की उत्तर प्रदेश में युवाओं का और भी बुरा हाल हो गया है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकारी नौकरी को भी संविदा में बदल रहे हैं जिसे हम अस्वीकार करते हैं.
उन्होंने कहा की युवा चेतना गाँव, गरीब, किसान, मजदूर और नौजवान के हक की बात को लेकर सड़क पर उतरी है. रोहित ने कहा की देश में इतनी बेरोजगारी कभी नहीं थी, जितनी की आज के समय है.
उन्होंने कहा कि युवा चेतना मोदी-योगी सरकार की युवा विरोधी नीतियों के खिलाफ मैदान में है 2022 में उत्तर प्रदेश में महापरिवर्तन हेतु युवाओं को संकल्पित होना होगा.
इस अवसर पर बैजू राय, अरविंद राय, त्रिभुवन पांडेय, जीशान अहमद अंसारी, पीयूष राय, अजय ओझा, आशीष चौबे, आदित्य चौबे आदि उपस्थित रहे.