उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे माघ मेले में युवा चेतना की ओर से आज संतों की बैठक का अयोजन किया गया. इस मौके पर स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा कि युवा चेतना भारत की संस्कृति और सभ्यता की रक्षा हेतु प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि संतों के आशीर्वाद और मार्गदर्शन से ही भारत की तरक्की सुनिश्चित होगी.
स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की नौजवानों को युवा चेतना के साथ जुड़कर सामाजिक परिवर्तन के संघर्ष में योगदान सुनिश्चित करना चाहिए. सरकार को जनता की समस्या के समाधान हेतु काम करना होगा.
युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा कि हमारा संघर्ष ग़रीबों को मुख्यधारा से जोड़ने का है. देश की आजादी के 74 सालों के बाद भी भारत रोटी, कपड़ा और मकान की मूलभूत समस्याओं से बाहर नहीं आ पाया. उन्होंने संतों के मार्गदर्शन में युवा चेतना देश में सामाजिक, आर्थिक और वैचारिक परिवर्तन का प्रयास कर रही है.
रोहित सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों से खुद बातकर समस्या का समाधान कर देना चाहिए. भारत को सोने की चिड़िया के रूप में देश को पुनः स्थापित करने हेतु किसान और नौजवान को एक मंच पर आना होगा.
रोहित कुमार सिंह ने कहा कि युवा चेतना पूरे देश में संगठन का विस्तार कर लोगों को एकजुट कर रही है. इस अवसर पर संदीप पांडेय आपा, मुकेश पांडेय, नरोत्तम बागी, राजीव पटेल, बीरेन्द्र यादव सहित सैंकरों संत उपस्थित रहे.